- नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने शिवपुरी-ग्वालियर में कांग्रेसप्रत्याशी के पक्ष में आमसभा को संबोधित किया
- कांग्रेस का वैभव फिर लौटेगा, जिसमें कलेजा हो संघर्ष का वह कांग्रेस के साथ रहे : जीतू पटवारी
- जितेन्द्र सिंह, जीतू पटवारी, अरूण यादव, अजय सिंह 02 मई को भोपाल, मुरैना एवं ग्वालियर के प्रवास पर
- टीकमगढ़ के स्ट्रांग रूम में एलईडी बंद होने सेगड़बड़ी की आशंका
- उज्जैन के दंडी आश्रम में 19 बच्चों से कुकर्म
8 जनवरी को होने वाली है देशव्यापी हड़ताल, जानिए कारण
देश के लगभग सभी केंद्रीय और स्वतंत्र मज़दूर संघों ने नए इंडस्ट्रियल रिलेशंस कोड बिल के ख़िलाफ़ 8 जनवरी को हड़ताल करने का फ़ैसला किया है. मज़दूर संघ दावा करते हैं कि हड़ताल में 25 करोड़ कर्मचारी शामिल होंगे.
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के सी.एच वेंकटचलम और भारतीय ट्रेड यूनियनों के फ़ेडरेशन सीटू के महासचिव तपन सेन ने बीबीसी को बताया कि ये बिल उद्योगपतियों और मालिकों के पक्ष में और मज़दूरों के ख़िलाफ़ है.
सी.एच वेंकटचलम ने कहा, “यह एक मज़दूर-विरोधी, ट्रेड यूनियन-विरोधी और लोकतंत्र-विरोधी क़दम है.”
तपन सेन कहते हैं, “यह सरकार श्रमिकों को बंधुआ मज़दूर बनाना चाहती है, यह उद्योगपतियों की सरकार है और यह खुलकर ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस के नाम पर ऐसा कर रही है.”